Always aim at complete harmony of thought and word and deed. Always aim at purifying your thoughts and everything will be well.
Mohandas Gandhi
Mohandas Karamchand Gandhi |
The International Day of Non-Violence is observed on 2 October , the birthday of Mohandas Karamchand Gandhi.
October 2 let us re-interpret Gandhian thought of non-violence to make it relevant for all times to come by paying our tribute to Mahatma Gandhi on his birthday. One message from Gandhi comes in my mind which our economy teacher repeats in our class every weak that " we possesses enough to satisfy our needs and not our greed" is relevant in all aspects of global economic crisis which is the consequence of greed as admitted by U.S. President Obama. Richness does not mean more wealth. It does not mean more saving but it means we need no more.
Gandhi showed it to world that non-violence could work. I also want to share one lovely poem in Hindi on a great legend also known as the Father of Nation.
साबरमती के संत
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
धरती पे लड़ी तूने अजब ढब की लड़ाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई
वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
शतरंज बिछा कर यहां बैठा था ज़माना
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना
लगता था कि मुश्किल है फिरंगी को हराना
टक्कर थी बड़े ज़ोर की दुश्मन भी था दाना
पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना
मारा वो कस के दांव कि उल्टी सभी की चाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े
मजदूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़े
कदमों पे तेरे कोटि कोटि प्राण चल पड़े
फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
मन में थी अहिंसा की लगन तन पे लंगोटी
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी
दुनियां में तू बेजोड़ था इंसान बेमिसाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया
तूने वतन की राह में सबकुछ लुटा दिया
मांगा न कोई तख्त न तो ताज ही लिया
अमृत दिया सभी को मगर खुद ज़हर पिया
जिस दिन तेरी चिता जली रोया था महाकाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल
With the widespread violence and corruption in various parts of the world, it's up to us that we only keep the portrait of MAHATMA GANDHI on our wall and his statue on roads or we should walk in the footsteps of M.K Gandhi.
USEFUL LINK 1.- www.mkgandhi.org
USEFUL LINK 2. - Wikipedia
Thank you Mahatma Gandhi for your wonderful words of wisdom, relevant for all times to come for making India known for non- violence.
Raghav Sharma
New Delhi
India
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